Monday 18 May 2015

कैसे बने एक सफल बिजनिसमैंन


गर आप अपना बिजनेस शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो कामयाबी की बुलंदियों पर राज करने के लिए आप में कुछ खास गुण होने चाहिए। क्योंकि बिजनेस करना हंसी का खेल नहीं है। इसमें सफलता का शिखर है, तो फेल्योर का खतरा भी है। जरा सी नजर चूकी नहीं कि बिजनेस घाटे का सौदा बन जाता है। बिजनेस महाभारत की मछली की आंख की तरह है, जिसमें फोकस हमेशा लक्ष्य (मुनाफा) पर होना चाहिए। लक्ष्य पर फोकस रहें

बिजनेस बहुत ही डेडिकैटेड काम है। इसलिए पहले आप खुद से सवाल करें कि क्या आप बिजनेस के लिए फिट हैं? यह आपसे पूर्ण समय मांगेगा, तो क्या आप पूर्ण समय देने के लिए तैयार हैं? यह आपके धैर्य की परीक्षा लेगा, तो क्या आप में असीम धैर्य है? क्योंकि कोई भी बिजनेस शुरू कर लेने का मतलब यह नहीं होता है कि आप पहले दिन से ही पैसा कमाने लग जाएंगे। आप कौन हैं, आपका व्यवहार कैसा है, आपके प्रोडक्ट या सर्विस क्या हैं, यह जानने-समझने में ग्राहकों को वक्त लगता है। इसलिए अपने बिजनेस के पहले चरण में बिक्री से पहले ग्राहकों का भरोसा जीतने का प्रयत्न करें। अगर कोई ग्राहक पहली बार आपसे से पूछताछ करता है और खरीदारी नहीं करता है, तो झुंझलाएं नहीं,विनम्रता से उसके प्रश्नों का उत्तर दें।

इस तरह के छोटे-छोटे काम आपके बिजनेस की सफलता की बुनियाद होते हैं।

हमेशा क्रिएटिव बने रहें (Always Be Creative):  बिजनेस में क्रिएटिविटी की बहुत अहमियत होती है। शुरू भी क्रिएटीविटी के साथ करें, ताकि लोगों को लगे कि इसमें नया है। जब बिजनेस स्थापित हो जाए, तब भी क्रिएटिव बने रहें। प्रतिद्वंद्वी या अन्य क्षेत्र के बिजनेसमैन के पास यदि कुछ नया क्रिएटिव आइडिया है और वह आपके बिजनेस को शूट करता है तो उसे अपनाने में भी नहीं हिचकें।
क्वालिटी से समझौता नहीं करें (Don’t Compromise with Quality): आप कोई भी बिजनेस करें, चाहे मैन्युफैक्चरिंग या ट्रेडिंग या सर्विस, उसकी क्वॉलिटी से भूलकर भी समझौता न करें। आपकी क्वालिटी ही आपको मार्केट में टिकाए रखेगी। अगर आपसे आपके कस्टमर संतुष्ट हैं, तो आप बिजनेस में कभी असफल नहीं होंगे।

प्रतिद्वंद्वी पर हमेशा नजर रखें (Always See the Competitive): बिजनेस में अगर कॉम्पीटिशन नहीं हो मजा नहीं आता है। देखिये कि आपके प्रतिद्वंद्वी की बिजनेस की नीति क्या है, उसके प्रोडक्ट यदि आपसे बेहतर है, किस कारण बेहतर है, उसकी सर्विस आपसे अच्छी है तो क्यों है? इन सारी चीजों का आकलन करें और फिर अपनी रणनीति बनाएं। इसके उलट यदि आप अपने प्रतिद्वंद्वियों से बीस हैं, तो भी यह देखें कि आप और बेहतर क्या कर सकते हैं। कॉम्पीटिटरों से भी सीखें। अगले कदम पर हमेशा नजर रखें।

रिस्क को कैलकुलेट करें (Risk Calculation):  बिजनेस में आपको रिस्क तो लेना होगा, लेकिन यह रिस्क कैलकुलेटेड होना चाहिए। रिस्क लेते वक्त खुद से पूछें कि बुरा हुआ तो अधिकतम कितना होगा। अगर इस बुरे को झेल पाने की क्षमता आपमें है तो ऐसे रिस्क लेने चाहिए। किसी भी इनोवेशन को अपनाने पर उसके पॉजीटिव और निगेटिव दोनों ही तरह के परिणामों के लिए तैयार रहना चाहिए।

हल पर नजर, समस्या पर नहीं (Keep Eyes on Solution no Problem): दुनिया ऐसे लोगों से भरी पड़ी है, जो हर काम में समस्या ढूंढ़ सकते हैं। लेकिन अगर आप काम शुरू करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो समस्याओं का हल ढूंढ़ें। हमेशा समाधान की ओर देखें। आपमें समस्याओं का तेज स्पीड से समाधान करने की क्षमता का होना जरूरी है।

जिम्मेदारी लें, क्रेडिट नहीं (Be Responsible not Credit): किसी काम के खराब होने पर उसकी जिम्मेदारी खुद न लेना और अच्छा काम दूसरों ने किया तो उसका क्रेडिट भी लेने की कोशिश करना अच्छे बिजनेसमैन के गुण नहीं हैं। अगर किसी का एटिट्यूड ऐसा है तो हो सकता है कि नौकरी में आपका काम काम चल जाए, लेकिन बिजनेस में नाकामी ही मिलेगी। यहां कामयाब वही होते हैं, जो जिम्मेदारी लेते हैं।

टीमवर्क में भरोसा रखें (Keep faith Teamwork): जिन लोगों को लगता है कि वे अकेले ही सभी काम कर सकते हैं, वे बिजनेस में कभी आगे नहीं बढ़ सकते। अपनी कमियों और कमजोरियों को पहचानना और उनके लिए टीम की मदद लेना एक सफल इंसान के गुण हैं। अगर आपको लगता है कि आप टीम के रूप में काम नहीं कर सकते तो यह फील्ड आपके लिए नहीं है। टीम बनाएं, उस पर भरोसा रखें, उसे प्रेरित करते रहें और खुद में टीम लीडर का गुण विकसित करें। टीमवर्क से ही बड़ी कामयाबी मिलती है।

काम एंज्वाय करें, बोझ न समझें (Enjoy Your work: बिजनेस हमेशा पसंद का करें। अगर किसी ऐसे काम को करने की सोच रहे हैं, जो आपकी रुचि का नहीं है, तो भले ही उसमें कितना भी दम हो, वह काम नहीं करेगा।

काम ऐसा हो, जिसे आप एंज्वाय कर सकें और जिसे करने की क्षमता हो। दूसरों की देखादेखी बिजनेस नहीं करें। अपने काम से हमेशा प्रेम करें। अपने काम पर भरोसा रखें। काम को कभी भी बोझ की तरह नहीं लें।

गलती से सीखें, दोहराएं नहीं (Don’t Repeat Mistakes): अपने बिजनेस के दौरान कोई भी गलती हो जाए, तो उससे सीखें। मंथन करें कि गलती क्यों हुई, कहां चूक हुई। आगे गलती नहीं हो, उसके लिए रणनीति बनाएं, संकल्प लें।

मार्केटिंग हमेशा करते रहिये (Continue Run Marketing): किसी भी बिजनेस की सफलता उसकी मार्केटिंग रणनीति है। अगर मार्केटिंग अच्छी नहीं, तो कितना भी अच्छा प्रोडक्ट हो, कितनी अच्छी सर्विस हो, आप कामयाब बिजनेसमैन नहीं बन सकते। बिजनेस एक उड़ता हुआ जहाज की तरह है। जैसे जहाज ईंधन के बिना कुछ नहीं, वैसे ही मार्केटिंग के बिना बिजनेस कुछ नहीं। कभी भी मार्केटिंग में ढील नहीं दें।

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